મારા વિશે... મારી નજરે...

હું વિરલ, મહેસાણા જીલ્લાથી વીસેક કીલોમીટર દુર આવેલા એક નાનકડા ગામનો રહેવાશી. પહેલેથી જ નવું નવું લખવાનો શોખ અને કંઈક નવું કરવાનો શોખ . હું આપની સમક્ષ મારા વિચારો અને મારી રચનાઓ રજુ કરી શકું એ માટેના આ એક નાનકડા પ્રયાસ રૂપે આ બ્લોગ રજુ કરું છું.

આપના પ્રતિભાવો મને કોમેન્ટમાં લખી ને મોક્લાવશો. જેથી કરી હું કંઈક સારું અર્પણ કરું શકું.

બસ એ જ...

આપનો... વિરલ..."રાહી"

Apr 20, 2013

मुझे भी जीना हे माँ...



आज कुछ ऐसा सुना, की मेरी आँख भरी आई,
आज कुछ ऐसा सुना, की मेरी रूह भर आई,
एक प्यारी सी बच्ची थी, मासूम ही थी वो,
नन्ही कलि थी, एक प्यारी सी गुडिया वो,
उसको देख के हसी, आती थी चहेरे पे,
उसको देखके, अब मेरी आंखे भर आती हे
नादान गुडिया वो, उसकी प्यारी सी दुनिया थी,
ये उसको हुवा क्या, वो कौन दरिंदा था
मम्मी पापा की प्यारी सी बेटी वो,
भाई बहन की वो प्यारी सी बहेन थी,
नन्ही सी प़री वो, नन्ही सी कलि थी,
मुझे बचाले माँ, मुझे भी जीना हे माँ,
मेरे अपराधी को, मुझे ही सजा करनी हे,
कब तक चलेगा ये, हम कब तक सहेंघे,
बिना कुछ बोले अब, कब तक चुप रहेंघे,
आज उसकी, कल हमारी बारी आ सकती हे,
उठो जागो अब, सामना साथ मिलके करना हे,
कल तक जो चला वो, अब से न चलेगा,
कुसूर क्या था उसका बस वो लड़की थि???
में करता दुवा अब, किसीको लड़की न बनाना,
गलती से भी तू, दुनिया में उसको न भेजना,
आज मैंने कुछ ऐसा सुना की मेरी आँख भरी आइ…

- विरल..."राही"
२०/०४/२०१३